Heart Touching Shayari For Instagram [You Must Use]

Heart Touching Shayari For Instagram [You Must Use]

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Heart Touching Shayari For Instagram


Best Heart Touching Shayari For Instagram :

हैं जिनके पास अपने तो वो अपनों से झगड़ते हैं,

नहीं जिनका कोई अपना वो अपनों को तरसते हैं।


तमन्नाओ की महफ़िल तो हर कोई सजाता है,

पूरी उसी की होती है जो तकदीर लेकर आता है।


गुज़रते लम्हों में सदियाँ तलाश करता हूँ,

ये मेरी प्यास है,नदियाँ तलाश करता हूँ,

यहाँ लोग गिनाते है ख़ूबियाँ अपनी,

मैं अपने आप में खामियाँ तलाश करता हूँ।


कैसे कहें कि ज़िंदगी क्या देती है, 

हर कदम पे ये दगा देती है, 

जिनकी जान से भी ज्यादा कीमत हो दिल में,

उन्ही से दूर रहने की सज़ा देती है।


जिंदगी बड़ी अजीब होती है,

कभी हार तो कभी जीत होती है,

जब आ जाए हस्ते हुए चेहरे पे आँसू,

तब एहसास होता है की,

हर ख़ुशी को पाने में कितनी तकलीफ होती है। 


मेरी खामोशी को यूं,

इतने गौर से ना पढ़ा करो तुम,

अगर समझ गए,

तो तुम भी खामोश हो जाओगे।


जिन्दगी तेरी भी, अजब परिभाषा है,

सँवर गई तो जन्नत, नहीं तो सिर्फ तमाशा है।


दूरियाँ भी क्या क्या करा देती है,

कोई याद बन गया,

कोई ख़्वाब बन गया।


मैं किसी की नजर में अच्छी हूँ,

किसी की नजर में बुरी हूँ,

पर हकीक़त तो ये है कि

जो जैसा है उसकी नजर में वैसी हूँ।


हाथ की लकीरे भी कितनी अजीब है,

कमबख्त मुट्ठी में तो है पर काबू में नहीं। 


कच्ची मिट्टी का बना होता है उम्मीदों का घर,

ढह जाता है हकीकत की बारिश में अक्सर।


जो जितना दूर होता है नज़रो से,

उतना ही वो दिल के पास होता है,

मुश्किल से भी जिसकी एक ज़लक देखने को ना मिले,

वही ज़िंदगी मे सबसे ख़ास होता है।


ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक है,

तू सितम करले तेरी हसरत जहाँ तक है,

वफ़ा की उम्मीद जिन्हे होगी उन्हें होगी,

हमे तो देखना है तू बेवफा कहाँ तक है।


जिंदगी नहीं रूकती किसी के बगैर,

बस उस शख्स की जगह हमेशा खाली रह जाती है।


मुस्कान बन जाता है कोई,

दिल की धड़कन बन जाता है कोई,

कैसे जिए एक पल भी उन के बिन,

जब ज़िंदगी जीने की वजह बन जाता है कोई।


जिंदगी बहुत कुछ सिखाती है,

थोड़ा रुलाती थोड़ा हस्ती है,

खुद से ज्यादा किसी पर भरोसा मत करना,

क्योंकि अँधेरे में परछाई भी साथ छोड़ जाती है।


जी भर के रोते है तो करार मिलता है,

इस जहाँ में कहा सबको प्यार मिलता है,

ज़िंदगी गुज़र जाती है इम्तिहान के दौर में,

एक ज़ख्म भरता है तो दूसरा तैयार मिलता है।


दिल मैं हर राज़ दबा कर रखते है,

होंटो पर मुस्कराहट सजाकर रखते है,

ये दुनिया सिर्फ़ खुशी मैं साथ देती है,

इसलिए हम अपने आँसुओ को छुपा कर रखते है।


हकीकत कहो तो उनको ख्वाब लगता है,

शिकायत करो तो उनको मजाक लगता है,

कितने शिद्दत से उन्हें याद करते हैं हम,

और एक वो हैं, जिन्हें ये सब इत्तेफाक लगता है।


बड़ा अजीब दस्तूर है यारों,

दर्द आँखों से निकले तो कायर हैं

और बातो से निकले तो शायर हैं।


मिल सके आसानी से, उसकी ख़्वाहिश किसे है,

ज़िद तो उसकी है, जो मुकद्दर में लिखा ही नहीं।


न कोई किसी से दूर होता है,

न कोई किसी के करीब होता है,

वो खुद ही चल के आता है,

जो जिसका नसीब होता है।


इस दिल मे प्यार था कितना,

वो जान लेते तो क्या बात होती,

हमने माँगा था उन्हें खुदा से,

वो भी मांग लेते तो क्या बात होती।


पास आकर सभी दूर चले जाते हैं,

अकेले थे हम, अकेले ही रह जाते हैं,

इस दिल का दर्द दिखाए किसे,

मरहम लगाने वाले ही जख्म दे जाते हैं।


उजड़ी हुई दुनिया को तू आबाद न कर,

बीते हुए लम्हों को तू याद न कर,

एक कैद परिंदे ने ये कहा हम से,

मैं भुल चुका हूँ उड़ना मुझे आजाद न कर।


खो गई हूँ इस भीड़ मे,

खुद को भूलती जा रही हूँ,

पहले हर बात पर बहस करती थी,

अब खामोश होती जा रही हूँ।


दिल के दर्द को छुपाना कितना मुश्किल है,

टूट कर फिर मुस्कुराना कितना मुश्किल है,

किसी के साथ दूर तक जाकर तो देखो,

अकेले लौट कर आना कितना मुश्किल है।


मै पा तो लूँ जहाँ भर की खुशियाँ,

लेकिन उनसे तेरी कमी कहा पूरी होती है..!!


ये कैसी पहचान बनाई है तुमने अपनी,

नाम तेरा आने पर भी लोग याद मुझे करते है


पहले चुभा बहुत अब आदत सी है,

यह दर्द पहले था अब इबादत सी है..


ख्वाहिश तो थी मिलने की

पर कभी कोशिश नहीं की,

सोचा जब खुदा माना है उसको

तो बिन देखे ही पूजेंगे।


ना वो सपने देखो जो टूट जाये,

ना वो हाथ थामो जो छूट जाये,

मत आने दो किसी को करीब इतना,

कि उसके दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाए।


ख्वाहिश तो थी मिलने की

पर कभी कोशिश नहीं की,

सोचा जब खुदा माना है उसको

तो बिन देखे ही पूजेंगे।


गुमनामी का अँधेरा कुछ इस तरह छा गया है,

कि दास्ताँ बन के जीना भी हमें रास आ गया है।


उजड़ी हुई दुनिया को तू आबाद न कर,

बीते हुए लम्हों को तू याद न कर,

एक कैद परिंदे ने ये कहा हम से,

मैं भुल चुका हूँ उड़ना मुझे आजाद न कर।


पास आकर सभी दूर चले जाते हैं,

अकेले थे हम, अकेले ही रह जाते हैं,

इस दिल का दर्द दिखाए किसे,

मरहम लगाने वाले ही जख्म दे जाते हैं।


दिल के दर्द को छुपाना कितना मुश्किल है,

टूट कर फिर मुस्कुराना कितना मुश्किल है,

किसी के साथ दूर तक जाकर तो देखो,

अकेले लौट कर आना कितना मुश्किल है।


नज़र और नसीब का भी क्या इत्तेफाक है यारों,

नज़र उसे ही पसंद करती है,

जो नसीब में नहीं होता।


न कोई किसी से दूर होता है,

न कोई किसी के करीब होता है,

वो खुद ही चल के आता है,

जो जिसका नसीब होता है।


बहुत जुदा है औरों से मेरे दर्द की कैफियत,

ज़ख्म का कोई पता नहीं और तकलीफ की इन्तेहाँ नहीं


ख़्वाब ही ख़्वाब कब तलक देखू,

अब दिल चाहता है तुझको भी इक झलक देखू.


हज़ारो मैं मुझे सिर्फ़ एक वो शख्स चाहिये,

जो मेरी ग़ैर मौजूदगी मैं मेरी बुराई ना सुन सके


वादे वफ़ा के और चाहत जिस्म की,

अगर ये मोहब्बत है तो फिर हवस किसे कहते है.


Final Word
Let us know in the comments if you already knew about them or if any was a surprise for you. 


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