Rahat Indori Shayari For Instagram [You Should Use]

Rahat Indori Shayari For Instagram [You Should Use]

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Rahat Indori Shayari For Instagram


Best Rahat Indori Shayari For Instagram :

जनाज़े पर मेरे लिख देना यारों

मोहब्बत करने वाला जा रहा है 

Rahat Indori


हाथ खाली है तेरे शहर से जाते जाते

जान होती तो मेरी जान लुटाते जाते 

Rahat Indori


दो गज़ सही मगर ये मेरी मिल्कियत तो है

ऐ मौत तूने मुझे ज़मींदार कर दिया 

Rahat Indori


वो हिंदू, मैं मुस्लिम, ये सिक्ख, वो ईसाई

यार ये सब सियासत है चलो इश्क़ करें 

Rahat Indori


मैं जब मर जाऊँ तो मेरी अलग पहचान लिख देना

लहू से मेरी पेशानी पर हिंदुस्तान लिख देना 

Rahat Indori


दिल्ली से हम ही बोला करें अम्न की बोली

यारो तुम भी कभी लाहौर से बोलो 

Rahat Indori


दिन ढल गया और रात गुज़रने की आस में

सूरज नदी में डूब गया, हम गिलास में 

Rahat Indori


किसने दस्तक दी ये दिल पर, कौन है

आप तो अंदर हैं, बाहर कौन है 

Rahat Indori


प्यास अगर मेरी बुझा दे तो मैं जानू वरना

तू समंदर है तो होगा मेरे किस काम का है 

Rahat Indori


जो दुनिया को सुनाई दे उसे कहते हैं ख़ामोशी

जो आँखों में दिखाई दे उसे तूफ़ान कहते हैं 

Rahat Indori


तूफ़ानों से आँख मिलाओ सैलाबों पे वार करो

मल्लाहों का चक्कर छोड़ो तैर के दरिया पार करो 

Rahat Indori


देखो देखो जानम हम दिल अपना तेरे लिए लाए

सोचो सोचो दुनिया में क्यूँ आए तेरे लिए आए 

Rahat Indori


अब न मैं वो हूँ न बाकी हैं ज़माने मेरे

फिर भी मशहूर हैं शहरों में फ़साने मेरे 

Rahat Indori


मैं साँसें तक लुटा सकता हूँ उसके एक इशारे पर

मगर वो मेरे हर वादे को सरकारी समझता है 

Rahat Indori


कई दिनों से अँधेरों का बोलबाला है

चराग़ ले के पुकारो कहाँ उजाला है 

Rahat Indori


झूठों ने झूठों से कहा है सच बोलो

सरकारी एलान हुआ है सच बोलो


घर के अंदर तो झूठों की एक मंडी है

दरवाज़े पर लिखा हुआ है सच बोलो 

Rahat Indori


तेरी हर बात मोहब्बत में गवारा कर के

दिल के बाज़ार में बैठे हैं ख़सारा कर के


आसमानों की तरफ़ फेंक दिया है मैं ने

चंद मिट्टी के चराग़ों को सितारा कर के 

Rahat Indori


ऐसी सर्दी है कि सूरज भी दुहाई माँगे

जो हो परदेस में वो किससे रज़ाई माँगे 

Rahat Indori


मैं पर्वतों से लड़ता रहा और चंद लोग

गीली ज़मीन खोद के फ़रहाद हो गए 

Rahat Indori


सूरज से जंग जीतने निकले थे बेवक़ूफ़

सारे सिपाही मोम के थे घुल के आ गए 

Rahat Indori


Final Word
Let us know in the comments if you already knew about them or if any was a surprise for you. 



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